भारत एक क्रिकेट प्रेमी देश है इसमें तो कोई दो राय नहीं है, भारतीय क्रिकेट टीम और भारत में क्रिकेट को नियंत्रित करने का काम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के द्वारा किया जाता है। भारतीय क्रिकेट टीम और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की स्थायी सदस्य है।
भारतीय क्रिकेट टीम विश्व के सबसे मजबूत टीमों में से एक टीम है। पुरुष टीम ने दो बार एकदिवसीय विश्व कप (1983 और 2011) और एक बार टी20 विश्वकप (2007) जीता है। महिला टीम ने अब तक विश्वकप नहीं जीता है। हालांकि 2017 में वो एकदिवसीय विश्वकप में उपविजेता रही थी जबकि 2020 में टी20 विश्वकप की उपविजेता रही थी।
भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) – पुरुष
उपनाम | मेन इन ब्लू |
बोर्ड | BCCI |
कप्तान | रोहित शर्मा |
कोच | राहुल द्रविड़ |
आईसीसी की पूर्ण सदस्यता | 1926 |
टेस्ट दर्जा कब मिला | 1931 |
पहला टेस्ट मैच कब खेला | इंग्लैंड के खिलाफ, लॉर्ड्स के मैदान में, 25–28 जून 1932 |
पहला वनडे मैच कब खेला | इंग्लैंड के खिलाफ, हेडिंगले क्रिकेट ग्राउन्ड, लिडस, 13 जुलाई 1974 |
पहली बार कब एकदिवसीय विश्वकप मे शामिल हुआ | 1975 में |
पहला टी20I मैच कब खेला | दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ, वांडरर्स स्टेडियम, जोहान्सबर्ग; 1 दिसंबर 2006 |
पहली बार कब टी20I विश्वकप मे शामिल हुआ | 2007 में |
भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) – महिला
उपनाम | विमन इन ब्लू |
बोर्ड | BCCI |
कप्तान | हरमनप्रीत कौर |
कोच | रमेश पवार |
आईसीसी की पूर्ण सदस्यता | 1926 |
टेस्ट दर्जा कब मिला | 1931 |
पहला टेस्ट मैच कब खेला | वेस्टइंडीज के खिलाफ, एम चिन्नास्वामी स्टेडियम, बंगलौर के मैदान में, 31 अक्टूबर – 2 नवंबर 1976 |
पहला वनडे मैच कब खेला | इंग्लैंड के खिलाफ, इडेन गार्डन, कोलकाता, 1 जनवरी 1978 |
पहली बार कब एकदिवसीय विश्वकप मे शामिल हुआ | 1978 में |
पहला टी20I मैच कब खेला | दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ, काउंटी क्रिकेट ग्राउंड, डर्बी; 5 अगस्त 2006 |
पहली बार कब टी20I विश्वकप मे शामिल हुआ | 2009 में |
भारतीय क्रिकेट टीम – इतिहास
लंबे समय से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम पहली बार 1932 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेलने उतरी थी और तब से भारतीय टीम ने मुड़ के नहीं देखा है और नित नए कीर्तिमान बनाते जा रही है। आपको बताते चलें की भारतीय टीम के पहले कप्तान कर्नल सी के नायडू थे।
लेकिन भारतीय टीम का ये सफर आसान नहीं रहा, भले ही भारत ने पहला टेस्ट मैच 1932 में खेल लिया हो लेकिन इसे अपनी पहली जीत हासिल करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा और पूरे 20 साल बाद 1952 में भारत ने इंग्लैंड को हरा के हार के सिलसिले को तोड़ था। इस मैच में भारतीय टीम की कमान भारतीय क्रिकेट के महानतम बल्लेबाजों मे से एक विजय हजारे के हाथों में थी, इस मैच को जीताने के लिए अपने समय के बेहतरीन ऑलराउंडर वीनू मांकड़ ने कुल 12 विकेट लिए थे।
ये जीत महज एक जीत नहीं थी बल्कि एक नए युग एक नई क्रांति का सूत्रपात थी, इसके बाद भारतीय क्रिकेट ने धीरे धीरे अपने खेल के स्तर मे और सुधार किए जिसका नतीजा है की आज भारतीय क्रिकेट टीम और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड विश्व की सबसे मजबूत और धनी टीम है।
भारत ने विश्व क्रिकेट को एक से बढ़ के एक खिलाड़ी दिए हैं और उनकी लिस्ट काफी लंबी है लेकिन कुछ ऐसे नाम है जिनके बिना भारिय क्रिकेट की कल्पना भी बेमानी होगी – लाला अमनाथ, मोहिन्दर अमरनाथ, पॉली उमरीगर, मंसूर अली खान पटौदी, विजय मांजरेकर, सुनील गावस्कर, कपिल देव, श्रीनिवास वेंकटराघवन, बिशन सिंह बेदी, भागवत चंद्रशेखर, इरापल्ली प्रसन्ना।
इसके बाद तो खिलाड़ियों की ऐसी पौध आई जिसने पूरे विश्व को अपना लोहा मनवाया – सचिन तेंडुलकर, सौरभ गांगुली, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, अनिल कुंबले, हरभजन सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू, अजय जडेजा। और आज के समय में विराट कोहली, रोहित शर्मा, महेंद्र सिंह धोनी, युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर सबने भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने मे अपना भरपूर योगदान दिया है।
जब भारत ने जीता विश्वकप – 1983
भारतीय टीम वो टीम है जिसने विश्व क्रिकेट में वेस्टइंडीज के वर्चस्व को समाप्त किया जब वो विश्वकप मे वेस्टइंडीज को हराने वाली पहली टीम बनी। उस टीम में कपिल देव, गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर और मोहिंदर अमरनाथ जैसे खिलाड़ी शामिल थे, और उस समय की सबसे मजबूत टीम को हरा के पूरे क्रिकेट जगत को अचंभित कर दिया।
1983 विश्वकप ही वो टूर्नामेंट था जिसने सही मैने मैं भारत में क्रिकेट को नई राह दी, और कई युवाओं को क्रिकेट के प्रति प्रोत्साहित किया।
2011 में एक बार फिर जीते विश्वकप
2011 में विश्वकप का आयोजन भारत मे ही हुआ था और भारतीय टीम ने श्रीलंका को हरा के दूसरी बार विश्वकप को अपने नाम किया। इस विश्वकप के साथ ही भारत के महानतम बल्लेबाजों मे से एक सचिन तेंडुलकर ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया और भारतीय क्रिकेट ने विश्व क्रिकेट को किंग विराट कोहली दिया जिन्होंने सचिन की ही तरह क्रिकेट जगत पे अपना दबदबा बनाया और जो किसी परिचय का मोहताज नहीं है और हर दिए नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। इससे पहले भारत ने 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टी20 विश्वकप भी जीता था।
आईपीएल ने बदला क्रिकेट का बाजार
2008 में भारत में आईपीएल की शुरुआत हुई और इसने पूरे क्रिकेट जगत का मिजाज बदल के रख दिया। हर साल खेले जाने वाले इस लीग में विश्व के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी खेलते हैं। ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं है जो इस लीग में नहीं खेलना चाहता है। इस लीग ने ही भारतीय क्रिकेट को आर्थिक तौर पे इतना मजबूत बना दिया है की भारतीय खिलाड़ियों को किसी और लीग मे खेलने की जरूरत नहीं पड़ती है।
आप इसी बात से अनुमान लगा सकते हैं की भारतीय टीम का सफर कैसा रहा है, एक वो समय था जब भारतीय टीम 1983 का विश्वकप जीत के आई थी और BCCI के पास पैसा नहीं था की वो अपने खिलाड़ियों को दे सके और आज वो समय है जब पूरे विश्व के खिलाड़ी पैसे कमाने के लिए भारत आ रहे हैं।
विश्वकप में भारत का प्रदर्शन
मेजबानी | वर्ष | स्थिति |
इंग्लैंड | 1975 | 6/8 |
इंग्लैंड | 1979 | 7/8 |
इंग्लैंड | 1983 | 1/8 |
भारत/पाकिस्तान | 1987 | 4/8 |
ऑस्ट्रेलिया/न्यूज़ीलैंड | 1992 | 7/9 |
भारत/पाकिस्तान/श्रीलंका | 1996 | 4/12 |
इंग्लैंड | 1999 | 6/12 |
दक्षिण अफ्रीका/ज़िम्बाब्वे/केन्या | 2003 | 2/14 |
वेस्ट इंडीज़ | 2007 | 10/16 |
भारत/श्रीलंका/बांग्लादेश | 2011 | 1/14 |
ऑस्ट्रेलिया/न्यूज़ीलैंड | 2015 | 3/14 |
इंग्लैंड | 2019 | 3/10 |
भारत | 2024 | 2/10 |
भारतीय क्रिकेट के कुछ कीर्तिमान
एकदिवसीय मुकाबलों मे सबसे ज्यादा रन
खिलाड़ी | रन |
सचिन तेंडुलकर | 18,426 |
विराट कोहली | 13,848 |
सौरव गांगुली | 11,221 |
राहुल द्रविड़ | 10,889 |
महेंद्र सिंह धोनी | 10,773 |
रोहित शर्मा | 10,709 |
मोहम्मद अज़हरुद्दीन | 9,378 |
युवराज सिंह | 8,609 |
वीरेंद्र सहवाग | 7,995 |
शिखर धवन | 6,793 |
टेस्ट मुकाबलों मे सबसे ज्यादा रन
खिलाड़ी | रन |
सचिन तेंडुलकर | 15,921 |
राहुल द्रविड़ | 13,288 |
सुनील गावस्कर | 10,122 |
वीवीएस लक्ष्मण | 8,781 |
विराट कोहली | 8,676 |
वीरेंद्र सहवाग | 8,503 |
सौरव गांगुली | 7,212 |
चेतेश्वर पुजारा | 7,195 |
दिलीप वेंगसरकर | 6,868 |
मोहम्मद अज़हरुद्दीन | 6,215 |
एकदिवसीय मुकाबलों मे सबसे ज्यादा विकेट
खिलाड़ी | विकेट |
अनिल कुंबले | 334 |
जवागल श्रीनाथ | 315 |
अजित अगरकर | 288 |
जहीर खान | 269 |
हरभजन सिंह | 265 |
कपिल देव | 253 |
रवीन्द्र जड़ेजा | 220 |
वेंकटेश प्रसाद | 196 |
मोहम्मद शमी | 195 |
इरफ़ान पठान | 173 |
टेस्ट मुकाबलों मे सबसे ज्यादा विकेट
खिलाड़ी | विकेट |
अनिल कुंबले | 619 |
रविचंद्रन अश्विन | 486 |
कपिल देव | 434 |
हरभजन सिंह | 417 |
इशांत शर्मा | 311 |
जहीर खान | 311 |
रवीन्द्र जड़ेजा | 273 |
बिशन सिंह बेदी | 266 |
भागवत चन्द्रशेखर | 242 |
जवागल श्रीनाथ | 236 |
भारत के कुछ प्रमुख मैदान
- नरेंद्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद
- राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम हैदराबाद
- हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम
- अरुण जेटली स्टेडियम दिल्ली
- एम ए चिदंबरम स्टेडियम चेन्नई
- ईडेन गार्डेन्स कोलकाता
- भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेई इकाना क्रिकेट स्टेडियम लखनऊ
- महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन पुणे
- एम चिन्नस्वामी स्टेडियम बंगलौर
- वानखेडे स्टेडियम मुंबई