इसने सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों के जीवन का स्तर भी काफी बदल कर रख दिया है। कई खिलाडियों का चयन आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर ही भारतीय टीम में भी हुआ है।
आईपीएल ने भारत के कई गरीब क्रिकेटर्स की जिंदगी को फर्श से अर्श पर पहुंचा दिया है. आइए हम आपको ऐसे ही 5 क्रिकेटर्स की भावुक और रोचक कहानी सुनाते हैं.
सिराज के पिता ऑटो ड्राइवर थे, जो अपने पूरे परिवार के साथ एक छोटे से कमरे में रहते थे और 2017 में उन्हें पहली बार आईपीएल टीम में जगह मिली.
सनराइजर्स हैदराबाद ने सिराज को 2.6 करोड़ रुपये देकर अपनी टीम में शामिल किया. उसके बाद उन्हें इंडियन टीम में भी जगह मिली।
इस वक्त वह भारतीय टीम के लिए तीनों फॉर्मेट में एक मुख्य तेज गेंदबाज है. आईपीएल 2023 में सिराज को आरसीबी ने 7 करोड़ रुपये देकर रिटेन किया है.
अपनी सटीक यॉर्कर से दुनियाभर के बल्लेबाजों को आउट करने वाले टी. नटराजन का भी बचपन बेहद गरीबी में बीता था. उनके पिता एक देहाड़ी मजदूर थे, जबकि मां सड़कों पर मीट बेचा करती थी.
2017 में उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने पहली बार आईपीएल टीम में शामिल होने का मौका दिया. आईपीएल 2023 में भी नटराजन को सनराइजर्स हैदराबाद ने 4 करोड़ रुपये देकर रिटेन किया है.
चेतन भी बेहद गरीब परिवार का हिस्सा थे. उनके पिता भी ऑटो चलाते थे और वो खुद अपने चाचा के किराने की दुकान पर सामान बेचा करते थे.
राजस्थान रॉयल्स की टीम ने उन्हें पहली बार आईपीएल टीम में शामिल होने का मौका दिया. चेतन को आईपीएल 2023 में दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने 4.20 करोड़ रुपये में रिटेन किया है.
वो पिछले कई सालों से राजस्थान रॉयल्स के लिए ओपनिंग बल्लेबाजी करते आ रहे हैं. यशस्वी की कहानी भी बड़ी भावुक है. वह मुंबई की गलियों में पानीपूरी बेचा करते थे.
घर और पैसा न होने की वजह से वह मुंबई की सड़कों पर सोया करते थे. आईपीएल 2023 में उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने चार करोड़ रुपये में रिटेन किया है.
रिंकू सिंह की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. रिंकू के पिता एलपीजी गैस सिलेंडर डिलीवर करने का काम करते थे. उनका पूरा परिवार गैस एजेंसी के गोडाउन में रहा करता था.
इतनी कठिनाइयों के बावजूद रिंकू ने क्रिकेट खेलने की जिद्द नहीं छोड़ी और आज वह केकेआर टीम का हिस्सा हैं. आईपीएल 2023 में रिंकू सिंह को केकेआर ने 55 लाख रुपये में रिटेन किया है.