अपनी मेहनत के दम पर खुद को एक अच्छा क्रिकेट बनाया है, जो अब विमेंस प्रीमियर लीग 2023 में अपने हुनर से धमाल मचाती दिखेगी।
महज 15 साल की सोनम ने महिला अंडर 19 टीम के लिए खेलते हुए भारत को चैंपियन बनाने में अहम योगदान दिया था
सोनम यादव यूपी में फिरोजाबाद के छोटे से गांव राजा का ताल की रहने वाली हैं । उनके पिता मुकेश यादव एक ग्लास फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं।
सोनम शुरू से ही क्रिकेटर बनने का सपना रखती थीं। लेकिन इस सपने को पूरा करने के दौरान उन्हें कड़ा संघर्ष करना पड़ा। एक वक्त ऐसा था कि उनके पास प्रैक्टिस करने के लिएजूते नहीं थे
लेकिन इतने पैसे नहीं थे कि वह जूते खरीद सकें। इसके लिए उन्होंने उधार के जूतों से क्रिकेट खेला
न्यूज एजेंसी से की गई बातचीत में सोनम ने बताया कि उनके घर की माली हालत ठीक नहीं थी। 6-7 भाई बहनों की पढ़ाई लिखाई का खर्चा, पापा की कमाई से चलता था।
लेकिन पापा की कमाई भी इतनी नहीं थी कि सबकी जिंदगी सही से चल सके। इसके बाद भाई ने मेरे सपनों को पूरा करने के लिए खुद पढ़ाई छोड़ दी।
सोनम एक प्रतिभाशाली ऑलराउंडर हैं। वह बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाजी करती हैं। मिडिल ऑर्डर में अच्छी खासी बल्लेबाजी भी कर लेती हैं। इसी वजह से उन पर मुंबई इंडियंस की टीम ने 10 लाख की बोली लगाई है
वह WPL 2023 में सबसे कम उम्र की क्रिकेटर हैं।नीलामी में 10 लाख रुपए में बिकने वाली सोनम यादव अपने पिता के लिए गाड़ी खरीदना चाहती हैं।