AUS vs SA 3rd ODI Pitch Report in Hindi: ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरे वनडे की पिच रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेट बैरियर रीफ एरिना मैके में खेले जाने वाले इस महत्वपूर्ण मुकाबले में पिच की स्थिति काफी संतुलित रहने की उम्मीद है। मैच के दौरान शुरुआती ओवरों में तेज गेंदबाजों को स्विंग और बाउंस मिल सकता है, जबकि बाद में सतह के समतल होने के साथ बल्लेबाजी आसान हो जाएगी।

AUS vs SA 3rd ODI Pitch Report in Hindi | Great Barrier Reef Arena की पिच कैसी है?
Great Barrier Reef Arena मैके में स्थित इस मैदान की पिच में ड्रॉप-इन पिच का उपयोग किया जाता है, जो खेल की गुणवत्ता को बनाए रखने में सहायक है। यहाँ की मिट्टी में मध्यम बाउंस की विशेषता है और आमतौर पर पहली पारी में गेंदबाजों को सहायता मिलती है। मैदान के छोटे आयाम (सीधी बाउंड्री 65 मीटर और स्क्वायर बाउंड्री 70 मीटर) के कारण छक्कों का अनुपात अधिक रहता है।
पिच पर घास का आवरण आमतौर पर 6-7 मिलीमीटर रखा जाता है, जो शुरुआती ओवरों में सीम मूवमेंट प्रदान करता है। दिन के दौरान जैसे-जैसे सूर्य की रोशनी तेज होती है, पिच सूखती जाती है और स्पिनरों के लिए अनुकूल हो जाती है। यहाँ का औसत स्कोर पहली पारी में 280-300 रन के बीच रहता है, जो इसे एक संतुलित क्रिकेट पिच बनाता है जहाँ गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों को अवसर मिलते हैं।
तेज गेंदबाजों को मिलेगा फायदा
मैके के ग्रेट बैरियर रीफ एरिना में तेज गेंदबाजों को विशेष रूप से पावरप्ले के दौरान अच्छी सहायता मिलती है, जहाँ नई गेंद के साथ 6-8 kmph की अतिरिक्त गति मिल सकती है। सुबह के सत्र में नमी के कारण गेंद में प्राकृतिक स्विंग देखने को मिलता है, विशेषकर समुद्री हवाओं के प्रभाव से इनस्विंग गेंदबाजों को फायदा होता है।
यहाँ की हार्ड लेंथ पर गेंद फेंकने वाले तेज गेंदबाज सबसे अधिक प्रभावी साबित होते हैं, क्योंकि पिच से अच्छा कैरी और बाउंस मिलता है। मैच के दौरान 140+ kmph की गति से गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ियों के लिए यह पिच आदर्श है, जबकि छोटी बाउंड्री के कारण फुल लेंथ की गेंदों से बचना जरूरी है। दोपहर बाद जैसे-जैसे पिच सूखती जाती है, तेज गेंदबाजों की प्रभावशीलता कम हो जाती है और वे वेरिएशन पर निर्भर हो जाते हैं।
चेज़िंग टीम को मिलेगा फायदा
मैके के ग्रेट बैरियर रीफ एरिना में दूसरी पारी खेलने वाली टीम को स्पष्ट लाभ मिलता है, क्योंकि दिन के दौरान पिच का व्यवहार काफी बदल जाता है। शुरुआती सत्र में जहाँ तेज गेंदबाजों को नमी और स्विंग की सुविधा मिलती है, वहीं दोपहर बाद पिच समतल हो जाती है और बल्लेबाजी अधिक आसान हो जाती है। समुद्री हवाओं का प्रभाव भी दिन के दौरान कम हो जाता है, जिससे गेंद में प्राकृतिक मूवमेंट घट जाता है।
चेज़िंग करने वाली टीम को ड्यू फैक्टर का भी फायदा मिल सकता है, विशेष रूप से शाम के सत्र में जब गेंद पर नमी के कारण गेंदबाजों की पकड़ कमजोर हो जाती है। छोटी बाउंड्री (65-70 मीटर) के साथ यह स्थिति चेज़िंग टीम के पावर हिटर्स के लिए अत्यधिक अनुकूल हो जाती है। आँकड़ों के अनुसार, यहाँ दूसरी पारी में खेलने वाली टीमों का सफलता दर 60% से अधिक रहता है, जो इस वेन्यू की प्रकृति को दर्शाता है।
Weather Report: क्या बारिश बिगाड़ेगी खेल?
मौसम रिपोर्ट के अनुसार रविवार (24 अगस्त) को भी मौसम बादलयुक्त रहेगा और हल्की बारिश हो सकती है। सलिए, मैच के दौरान बारिश के खलल की आशंका बनी रहेगी। हालाँकि, बारिश बहुत तेज़ या लगातार नहीं होने की संभावना है, लेकिन खेल बीच-बीच में बाधित हो सकता है।
आज के मैच की रणनीति: किस टीम के पास है बढ़त?
मैके में खेले जा रहे आज के ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका तीसरे वनडे मैच की रणनीतिक स्थिति पर नज़र डालें तो दक्षिण अफ्रीका की टीम को हालिया प्रदर्शन और खिलाड़ियों की फॉर्म के आधार पर थोड़ी बढ़त दिखाई देती है।
- दक्षिण अफ्रीका ने पिछले दोनों मैचों में ऑस्ट्रेलिया को हराया है और उनका तेज गेंदबाजी आक्रमण (लुंगी एनगिडी, नंद्रे बर्गर) तथा स्पिन विभाग (केशव महाराज) शानदार लय में है। पिछले मैचों में इनके गेंदबाजों ने औस्ट्रेलियाई मध्यक्रम को दबाव में रखा था।
- साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों – रयान रिकेलटन, मैथ्यू ब्रेट्ज़के, टेंबा बावुमा, और ट्रिस्टन स्टब्स – ने लगातार उपयोगी रन बनाये हैं और अच्छी साझेदारी निभाई हैं।
- ऑस्ट्रेलियाई टीम में मजबूती तो है (हेड, मार्श, लाबुशेन, जैम्पा), लेकिन उनकी हालिया फॉर्म कमजोर रही है; पिछले 7 वनडे में 6 बार हार मिली है। उनकी मिडिल ऑर्डर पर अफ्रीकी गेंदबाज हावी रहे हैं।
- ऑस्ट्रेलिया के पास होम ग्राउंड और अनुभवी प्लेयर होने का फायदा है, लेकिन उन्हें अपनी रणनीति और बल्लेबाजी में सुधार लाकर वापसी करनी होगी।
- एक्सपर्ट्स के अनुसार, मैच का 67% जीतने का चांस ऑस्ट्रेलिया के पास है, लेकिन टीम के हालिया परिणाम और फॉर्म को देखें तो दक्षिण अफ्रीका का मानसिक दबदबा ज़्यादा है।
दक्षिण अफ्रीका की टीम फॉर्म और मानसिकता में थोड़ी बढ़त पर है, वहीं ऑस्ट्रेलिया को घरेलू मैदान और अनुभवी खिलाड़ियों का सहारा है, अगर वे अपनी रणनीति सुधारें तो मैच को पलट सकते हैं। टॉस का भी बड़ा असर मैच की दिशा पर पड़ेगा।