ENG vs IND Lords Test Controversy: लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड के बॉलर बुमराह को चोट पहुँचाना चाहते थे, मोहम्मद कैफ का दावा। क्या बेन स्टोक्स-जोफ्रा आर्चर ने बनाई थी खास रणनीति? जानें पूरी कहानी, बुमराह-जडेजा की संघर्ष गाथा और विवाद की चर्चा।

स्टोरी हाइलाइट्स
- इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में जसप्रीत बुमराह के जज़्बे ने सबका दिल जीता।
- मोहम्मद कैफ ने दावा किया, बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर ने बुमराह को चोट पहुँचाने की योजना बनाई थी।
- बुमराह जडेजा के साथ 35 रन की अहम साझेदारी कर मैच को रोमांचक बनाए।
- इंग्लैंड के गेंदबाज़ों की शॉर्टबॉल रणनीति सवालों के घेरे में।
- क्या जान बूझकर बल्लेबाज़ को चोट पहुँचाना खेल भावना के खिलाफ है?
ENG vs IND Lords Test Controversy
लॉर्ड्स की ऐतिहासिक पिच और 193 रन का मुश्किल लक्ष्य, टीम इंडिया बुरी तरह मुश्किल में थी। आठ विकेट गिर चुके थे, जीत दूर थी और हर उम्मीद लगभग टूट चुकी थी। ऐसे में जसप्रीत बुमराह क्रीज़ पर आए। पिछली तीन पारियों में बुमराह का खाता तक नहीं खुला था, लेकिन इस बार कुछ अलग था। उन्होंने जडेजा के साथ डटकर आलोचकों को जवाब दिया, 22 ओवर तक संघर्ष किया और इंग्लिश गेंदबाज़ों को परेशान कर दिया।
बुमराह-जडेजा की जंग ने बनाया मुकाबला यादगार
जसप्रीत बुमराह, एक तेज़ गेंदबाज़, बल्लेबाज़ी में विशेषज्ञ नहीं माने जाते। फिर भी जब 81 रन बाकी थे और जीत की उम्मीदें लगभग खत्म हो चुकी थीं, बुमराह ने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने 9 ओवर अकेले खेले और जडेजा के साथ मिलकर 22 ओवर तक इंग्लैंड को जूझने पर मजबूर किया। दोनों ने 35 रन की अहम साझेदारी की और इंग्लिश फै़ंस के चेहरे पर टेंशन ला दी।
इंग्लैंड का शॉर्ट बॉल प्लान, कैफ का गंभीर आरोप
मैच के बाद भले ही जडेजा, बुमराह और सिराज की हिम्मत की तारीफ़ हुई, लेकिन पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने एक बड़ा दावा किया। अपने यूट्यूब चैनल पर कैफ ने कहा कि इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर और ब्रायडन कार्स ने मिलकर ये प्लान बनाया था कि बुमराह को बाउंसर से चोट पहुँचाई जाए।
कैफ के मुताबिक, "स्टोक्स और आर्चर ने ठान लिया था कि बुमराह को शॉर्ट गेंद डालनी है, अगर आउट नहीं होता तो उसकी उंगली या कंधे को टारगेट करना है। गेंदबाज़ अक्सर विरोधी टीम के सबसे खतरनाक गेंदबाज़ को चोटिल करने की कोशिश करते हैं, ताकि वह अपनी गेंदबाज़ी से मैच का रुख न पलट सके।"
क्रिकेट में खेल भावना बनाम आक्रामकता
क्रिकेट हमेशा नेचुरल प्रतिस्पर्धा और खेल भावना का प्रतीक रहा है। हालांकि इतिहास में कई बार तेज गेंदबाज़ों ने जानबूझकर शॉर्ट और बाउंसर गेंदें कर विपक्षी को चोट पहुँचाने की कोशिश की है, पश्चिम इंडीज़ के फास्ट बॉलर 1980 के दशक में ऐसी ही रणनीति अपनाते थे। आज के दौर में ऐसी रणनीति पर सवाल उठना लाजमी है।
इंग्लैंड का बचाव या रणनीति?
कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि इंग्लैंड की शॉर्ट-बॉल स्ट्रेटजी गेंद की हालत देखकर बनाई गई, ताकि जल्दी विकेट लिया जा सके। वहीं, कैफ जैसे खिलाड़ी मानते हैं कि ये योजना बुमराह जैसे मुख्य गेंदबाज़ को बाहर करने के लिए थी। बुमराह खुद भी खेलते हुए उंगली पर चोट खा बैठे, लेकिन मैदान नहीं छोड़ा, इसलिए उनकी जुझारू स्पिरिट की चारों ओर तारीफ हुई।