Indian Batters to Score a Test Century at Lords: लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर टेस्ट शतक जड़ना हर भारतीय बल्लेबाज़ का सपना है। जानिए वे 10 भारतीय जिन्होंने लॉर्ड्स में टेस्ट सेंचुरी लगाकर इतिहास रचा और उनकी यादगार पारियां।

Indian Batters to Score a Test Century at Lords
लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, जिसे ‘होम ऑफ क्रिकेट’ कहा जाता है, हर क्रिकेटर का सपना है। यहां शतक लगाना या पांच विकेट लेना, किसी भी खिलाड़ी के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। अंग्रेजी पिचों पर तेज़ गेंदबाज़ी और स्विंग के बीच टिककर शतक बनाना भारतीय बल्लेबाजों के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है। फिर भी, कुछ भारतीय बल्लेबाजों ने इस ऐतिहासिक मैदान पर अपने नाम की अमिट छाप छोड़ी है।
1. विनू मांकड़ (1952)
1952 में विनू मांकड़ ने लॉर्ड्स के मैदान पर 184 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली। यह आज भी किसी भारतीय बल्लेबाज़ का लॉर्ड्स में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। उस समय भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए ऐसी पारी खेलना लगभग नामुमकिन माना जाता था, लेकिन मांकड़ ने मिसाल कायम की।
2. गुंडप्पा विश्वनाथ (1979)
1979 में GR विश्वनाथ ने 113 रन बनाए। भारत पहली पारी में सिर्फ 96 रन पर सिमट गया था, लेकिन दूसरी पारी में विश्वनाथ ने दिलीप वेंगसरकर के साथ 210 रन की साझेदारी कर मैच ड्रॉ कराया। उनकी यह पारी दबाव में खेली गई सबसे बेहतरीन पारियों में गिनी जाती है।
3. दिलीप वेंगसरकर (1979, 1982, 1986)
दिलीप वेंगसरकर को लॉर्ड्स का ‘कर्नल’ कहा जाता है। उन्होंने यहां तीन टेस्ट शतक (1979, 1982, 1986) जड़े। 1986 में उनका नाबाद 126 रन भारत को लॉर्ड्स में पहली जीत दिलाने वाली पारी बनी। वेंगसरकर ने लॉर्ड्स में 72.57 की औसत से रन बनाए, जो किसी भी भारतीय के लिए रिकॉर्ड है।
4. रवि शास्त्री (1990)
1990 के टेस्ट में रवि शास्त्री ने 100 रन बनाए। इंग्लैंड ने पहली पारी में 653 रन बनाए थे, लेकिन शास्त्री ने धैर्य के साथ बल्लेबाज़ी कर अपना नाम ऑनर्स बोर्ड पर दर्ज कराया। हालांकि भारत यह मैच हार गया, मगर शास्त्री की पारी यादगार रही।
5. मोहम्मद अजहरुद्दीन (1990)
इसी मैच में कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 121 रन बनाए। भारत ने पहली पारी में 454 रन बनाए, लेकिन इंग्लैंड के विशाल स्कोर के आगे टीम टिक नहीं पाई। अजहर की यह पारी भारतीय क्रिकेट इतिहास में खास मानी जाती है।
6. सौरव गांगुली (1996)
1996 में सौरव गांगुली ने अपने टेस्ट डेब्यू पर 131 रन बनाए। उनकी यह पारी न सिर्फ लॉर्ड्स में, बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास में डेब्यू पर सबसे यादगार पारियों में शामिल है। राहुल द्रविड़ के साथ उनकी साझेदारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
7. अजीत अगरकर (2002)
2002 में अजीत अगरकर ने 109* रन बनाए और वे लॉर्ड्स में शतक लगाने वाले एकमात्र भारतीय तेज़ गेंदबाज़ बने। उनकी यह पारी तब आई जब भारत हार की कगार पर था, लेकिन उन्होंने अकेले दम पर इंग्लिश गेंदबाज़ों का सामना किया।
8. राहुल द्रविड़ (2011)
राहुल द्रविड़ ने 2011 में नाबाद 103 रन बनाए। डेब्यू पर शतक से चूकने के 15 साल बाद द्रविड़ ने लॉर्ड्स के ऑनर्स बोर्ड पर अपना नाम दर्ज कराया। उनकी यह पारी इंग्लैंड के बड़े स्कोर के सामने टीम को संभालने वाली रही।
9. अजिंक्य रहाणे (2014)
2014 में अजिंक्य रहाणे ने 103 रन बनाए और भारत को लॉर्ड्स में दूसरी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। मुश्किल हालात में रहाणे की पारी ने भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया, जिसके बाद भुवनेश्वर कुमार और इशांत शर्मा की गेंदबाज़ी से टीम ने जीत दर्ज की।
10. केएल राहुल (2021)
2021 में केएल राहुल ने लॉर्ड्स में 129 रन बनाकर खुद को ‘लॉर्ड्स के लॉर्ड्स’ की लिस्ट में शामिल किया। उनकी यह पारी भारत की जीत की नींव बनी और वे लॉर्ड्स में शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय ओपनर बने।
लॉर्ड्स पर भारतीय बल्लेबाजों के शतक
खिलाड़ी | वर्ष | रन | मैच का परिणाम |
विनू मांकड़ | 1952 | 184 | ड्रॉ |
गुंडप्पा विश्वनाथ | 1979 | 113 | ड्रॉ |
दिलीप वेंगसरकर | 1979, 1982, 1986 | 103, 157, 126* | ड्रॉ, हार, जीत |
रवि शास्त्री | 1990 | 100 | हार |
मोहम्मद अजहरुद्दीन | 1990 | 121 | हार |
सौरव गांगुली | 1996 | 131 | ड्रॉ |
अजीत आगरकर | 2002 | 109* | हार |
राहुल द्रविड़ | 2011 | 103* | हार |
अजिंक्य रहाणे | 2014 | 103 | जीत |
केएल राहुल | 2021 | 129 | जीत |
लॉर्ड्स में शतक बनाना हर बल्लेबाज़ के लिए सपना होता है, लेकिन इन 10 भारतीयों ने इसे हकीकत में बदलकर खुद को क्रिकेट इतिहास में अमर कर लिया। खास बात यह है कि सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर और विराट कोहली जैसे दिग्गज भी लॉर्ड्स में शतक नहीं बना सके। इन शतकों में संघर्ष, जज़्बा और भारतीय क्रिकेट का गौरव झलकता है।