Riverside Ground Pitch Report Hindi for ENG vs WI 1st T20 2025: इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 6 जून 2025 को रिवरसाइड ग्राउंड, चेस्टर-ले-स्ट्रीट में खेले जाने वाले पहले टी20 मुकाबले की पिच हाल के वर्षों में बल्लेबाजों के लिए अनुकूल रही है, जहां अब तक खेले गए 7 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में पहली पारी का औसत स्कोर 131 रन रहा है और रन चेज करने वाली टीमों ने 5 मैच जीते हैं।

Riverside Ground Pitch Report Hindi for ENG vs WI 1st T20 2025
रिवरसाइड ग्राउंड पर टी20 मैचों में बल्लेबाजी के आंकड़े काफी रोचक रहे हैं। यहां पर पहली पारी में सर्वोच्च स्कोर 195/5 है, जो इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था, जबकि सफलतापूर्वक पीछा किया गया उच्चतम स्कोर 143/3 है, जिसे इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड के खिलाफ महज 14 ओवर में हासिल किया था। इस मैदान पर इंग्लैंड के एलेक्स हेल्स सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 2012 से 2017 के बीच तीन मैचों में शानदार प्रदर्शन किया, उनके बाद डेविड मालन और डेविड वॉर्नर का नाम आता है।
- पहली पारी का औसत स्कोर: 131 रन
- दूसरी पारी का औसत स्कोर: 126 रन
- सबसे कम स्कोर: 155/10 (इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज)
- टी20 में वेस्टइंडीज के खिलाफ इंग्लैंड के जोस बटलर ने 163.03 की स्ट्राइक रेट से 538 रन बनाए हैं।
टॉस का महत्व: पहले गेंदबाजी या बल्लेबाजी?
क्रिकेट में टॉस जीतकर चेज करने का महत्व काफी बढ़ गया है, विशेषकर टी20 फॉर्मेट में। आईपीएल 2025 के आंकड़े दिखाते हैं कि पहले 14 मैचों में 9 बार चेजिंग टीम ने जीत दर्ज की है। इसी प्रकार, अधिकांश वेन्यू पर टीमें टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का विकल्प चुन रही हैं। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में अब तक खेले गए 96 मैचों में 51 बार चेज करने वाली टीम जीती है, जबकि केवल 41 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को सफलता मिली है।
टॉस का महत्व विशेष परिस्थितियों में और बढ़ जाता है। डे-नाइट मैचों में शाम के समय गिरने वाली ओस गेंदबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण होती है – गीली गेंद पर तेज गेंदबाजों को स्विंग या सीम नहीं मिलती और स्पिनरों के लिए ग्रिप बनाना कठिन हो जाता है। हालांकि, पूर्व भारतीय क्रिकेटर लालचंद राजपूत का मानना है कि अच्छी बल्लेबाजी करने वाली टीमों के लिए टॉस का महत्व कम हो जाता है, जैसा कि भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में सभी टॉस हारने के बावजूद अपराजित रहकर दिखाया।
स्पिनर्स की भूमिका
रिवरसाइड ग्राउंड की पिच स्पिनरों को अच्छा समर्थन देती है, जहां टी20 मैचों में स्लो गेंदबाजों ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। आंकड़े बताते हैं कि इस मैदान पर खेले गए टी20 मुकाबलों में बाएं हाथ के स्पिनरों ने 4 विकेट और दाएं हाथ के स्पिनरों ने 16 विकेट हासिल किए हैं। यह पिच गेंदबाजों के लिए अनुकूल मानी जाती है, जहां स्पिनर्स और तेज गेंदबाज दोनों को मदद मिलती है।
- बाएं हाथ के स्पिनरों का प्रदर्शन: 4 विकेट
- दाएं हाथ के स्पिनरों का प्रदर्शन: 16 विकेट
इस मैदान पर किन खिलाड़ियों पर रहेंगी नजरें?
रिवरसाइड ग्राउंड की विशेष परिस्थितियों में खिलाड़ियों की रणनीति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। तेज गेंदबाजों के लिए यह मैदान स्वर्ग माना जाता है, जहां स्लोवर यॉर्कर, स्लोवर बाउंसर और कटर्स का इस्तेमाल कर बल्लेबाजों को चौंकाया जा सकता है। बल्लेबाजों के लिए मैदान पर समय बिताना महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि शुरुआती ओवरों में स्विंग और सीम का सामना करने के बाद ही वे बड़े शॉट्स लगा पाएंगे।
इस मैच में सभी नजरें वेस्टइंडीज के कार्लोस ब्रैथवेट पर होंगी, जिन्होंने इसी मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ 3/20 का शानदार प्रदर्शन किया था। इंग्लैंड की ओर से एलेक्स हेल्स पर विशेष ध्यान रहेगा, जिन्होंने इस मैदान पर 94 रनों की सर्वोच्च व्यक्तिगत पारी खेली है और कुल 148 रन बनाए हैं। जेमी ओवरटन की चोट के कारण बाहर होने से इंग्लैंड को झटका लगा है, जिससे टीम को अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ सकता है।
मैच की रणनीति और फाइनल टिप्स
वनडे सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप के बाद इंग्लैंड का मनोबल ऊंचा है, जबकि वेस्टइंडीज टी20 फॉर्मेट में वापसी करने के लिए बेताब होगी। 6 जून को रिवरसाइड ग्राउंड पर होने वाले पहले टी20 मुकाबले में हैरी ब्रूक की कप्तानी में इंग्लैंड और शाइ होप के नेतृत्व में वेस्टइंडीज आमने-सामने होंगे। मैच की रणनीति में टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इस मैदान पर रन चेज करने वाली टीमों का पलड़ा भारी रहा है।
- वेस्टइंडीज के लिए आंद्रे रसेल की वापसी महत्वपूर्ण है, जिन्हें 750 टी20 छक्के पूरे करने के लिए सिर्फ तीन छक्कों की जरूरत है।
- इंग्लैंड के फिल साल्ट 300 टी20 छक्के पूरे करने से मात्र पांच छक्के दूर हैं।
- वेस्टइंडीज के एविन लुईस को 6,500 टी20 रन पूरे करने के लिए केवल 16 रन चाहिए।
- मैच में स्पिनरों की भूमिका निर्णायक हो सकती है, विशेषकर दाएं हाथ के स्पिनरों का, जिन्होंने इस मैदान पर अच्छा प्रदर्शन किया है।