Unfinished Test Records of Virat Kohli: विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया, लेकिन 10,000 रन, लॉर्ड्स शतक और इंग्लैंड में सीरीज जीत जैसे 5 बड़े रिकॉर्ड उनसे दूर रह गए। जानिए पूरी कहानी!

Unfinished Test Records of Virat Kohli
भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े सितारों में शुमार विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर सबको चौंका दिया। 123 टेस्ट, 9,230 रन, 30 शतक और 40 जीत के साथ भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनने वाले विराट के नाम कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हैं। लेकिन, कुछ ऐसे माइलस्टोन भी हैं जो उनके शानदार करियर में अधूरे रह गए। आइए जानते हैं, आखिर कौन-कौन से रिकॉर्ड विराट कोहली (Virat Kohli) के टेस्ट करियर में उनसे दूर रह गए, और क्यों ये बातें क्रिकेट फैंस के लिए हमेशा चर्चा का विषय रहेंगी।
1. 10,000 टेस्ट रन का सपना अधूरा
विराट कोहली के टेस्ट करियर में सबसे बड़ा अधूरा सपना रहा 10,000 रन का आंकड़ा। 9,230 रन बनाकर वे भारत के चौथे सबसे बड़े टेस्ट रन स्कोरर बने, लेकिन सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर के बाद इस खास क्लब में शामिल नहीं हो सके। टेस्ट इतिहास में अब तक सिर्फ 13 बल्लेबाज ही 10,000 रन के आंकड़े को छू पाए हैं। विराट कोहली महज 770 रन दूर रह गए और अब हमेशा के लिए इस माइलस्टोन से चूक गए।
2. लॉर्ड्स में शतक, ‘Home of Cricket’ पर नाम नहीं दर्ज
दुनिया के लगभग हर बड़े मैदान पर शतक जड़ने वाले विराट कोहली लॉर्ड्स (Lord’s) में कभी शतक नहीं बना सके। छह पारियों में उनका औसत महज 21.17 रहा और कुल 127 रन ही बना सके। इस वजह से उनका नाम लॉर्ड्स के ऑनर्स बोर्ड पर दर्ज नहीं हो पाया। क्रिकेट के इस ऐतिहासिक मैदान पर शतक न बना पाना, उनके फैंस के लिए हमेशा एक अधूरी ख्वाहिश की तरह रहेगा।
3. टेस्ट क्रिकेट में एक भी विकेट नहीं
विराट कोहली ने कभी-कभार सीम बॉलिंग भी की, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वे एक भी विकेट नहीं ले सके। वनडे और टी20 में भले ही उनके नाम विकेट हों, लेकिन टेस्ट में यह कॉलम हमेशा खाली रहा। यह उनके ऑलराउंडर बनने के सपने में एक छोटी सी कमी रही, जो उनके करियर को और दिलचस्प बनाती है।
4. इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीत का सपना
विराट कोहली ने भारत को ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जिताई, लेकिन इंग्लैंड की धरती पर बतौर कप्तान कभी टेस्ट सीरीज नहीं जीत सके। कई यादगार टेस्ट जीत के बावजूद, पूरी सीरीज जीतना उनके लिए सपना ही रह गया। इंग्लैंड में सीरीज जीत न पाना, उनकी कप्तानी के रिकॉर्ड में एक अधूरा चैप्टर है।
5. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप ट्रॉफी का सपना
विराट कोहली ने भारत को पहली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल तक पहुंचाया, लेकिन 2021 में न्यूजीलैंड के हाथों हार मिली। 2023 के फाइनल में भी वे टीम का हिस्सा रहे, लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इस तरह, कोहली के नाम न कप्तान के तौर पर और न ही खिलाड़ी के तौर पर WTC ट्रॉफी दर्ज हो सकी।
विराट कोहली का टेस्ट करियर: उपलब्धियां और इंसानियत
इन अधूरे माइलस्टोन के बावजूद, विराट कोहली का टेस्ट करियर क्रिकेट इतिहास के सबसे शानदार करियर में गिना जाएगा। 123 टेस्ट, 9,230 रन, 30 शतक, 40 जीत, ये आंकड़े उन्हें महान बनाते हैं। लेकिन इन अधूरी उपलब्धियों ने विराट को और भी ‘मानवीय’ बना दिया है, जिससे हर क्रिकेट प्रेमी उनसे और भी जुड़ाव महसूस करता है।
क्या आपको लगता है कि विराट कोहली इन माइलस्टोन को हासिल कर पाते अगर वे कुछ और साल खेलते? आपकी राय नीचे कमेंट में जरूर बताएं!