Virat Kohli Test Retirement: विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से तुरंत संन्यास लिया। 123 टेस्ट, 9230 रन, 30 शतक के साथ भारत के सबसे सफल कप्तान बने। जानिए उनके करियर की अनसुनी बातें और रिकॉर्ड्स।

14 साल की सुनहरी यात्रा का अंत: Virat Kohli Test Retirement
भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े सितारों में से एक, विराट कोहली (Virat Kohli) ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेकर फैंस को चौंका दिया है। 14 साल के शानदार सफर के बाद, कोहली ने इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए अपने फैसले का ऐलान किया। उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 9230 रन बनाए, 30 शतक और 31 अर्धशतक जड़े, और 46.85 की औसत से बल्लेबाजी की।
“व्हाइट्स पहनना बेहद पर्सनल था” – कोहली का इमोशनल संदेश
कोहली ने लिखा, “14 साल पहले जब पहली बार टेस्ट क्रिकेट में भारत की कैप पहनी थी, तब नहीं सोचा था कि ये सफर मुझे इतना कुछ सिखाएगा। ये फॉर्मेट मुझे हर दिन आज़माता रहा, गढ़ता रहा, और ज़िंदगी भर के सबक देता रहा। अब जब मैं इससे दूर जा रहा हूं, दिल में सिर्फ कृतज्ञता है – खेल के लिए, साथ खेलने वालों के लिए, और उन सभी के लिए जिन्होंने मुझे हमेशा सराहा।”
कप्तानी में भी रचा इतिहास, बने भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान
विराट कोहली न सिर्फ शानदार बल्लेबाज रहे, बल्कि उन्होंने कप्तान के तौर पर भी भारतीय टेस्ट टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। 68 टेस्ट में कप्तानी करते हुए 40 मैच जिताए – जो किसी भी भारतीय कप्तान के लिए सबसे ज्यादा है। उनकी कप्तानी में भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज़ जीती, जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में मील का पत्थर है।
रिकॉर्ड्स की झड़ी: कोहली के टेस्ट करियर के अद्भुत आंकड़े
- 123 टेस्ट, 9230 रन, 30 शतक, 31 अर्धशतक – भारत के चौथे सबसे बड़े टेस्ट रन स्कोरर।
- कप्तान के तौर पर 40 जीत – भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान।
- 2016-2018 का गोल्डन फेज – 35 टेस्ट में 3596 रन, औसत 66.59, 14 शतक।
- ऑस्ट्रेलिया में 1542 रन, 7 शतक – विदेशी ज़मीन पर भी सबसे ज्यादा कामयाब।
- 2018 इंग्लैंड टूर – 5 टेस्ट में 583 रन, 2 शतक, औसत 59.30।
- 7 डबल सेंचुरी – भारत के लिए सबसे ज्यादा, टेस्ट इतिहास में संयुक्त चौथे स्थान पर।
करियर के यादगार लम्हे: संघर्ष, वापसी और ऐतिहासिक पारियां
कोहली का टेस्ट डेब्यू 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुआ था। शुरुआती दौर में संघर्ष के बाद, 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में 116 रन की पारी ने उन्हें स्थापित किया। 2014-15 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ में उन्होंने 4 शतक जड़े और 692 रन बनाए – यह किसी भारतीय बल्लेबाज के लिए ऑस्ट्रेलिया में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन में से एक है।
2016 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली डबल सेंचुरी के बाद, अगले तीन साल में 6 और डबल सेंचुरी बनाईं। 2018 इंग्लैंड टूर पर जबरदस्त दबाव में उन्होंने 149 और 103 रन की पारियां खेली और आलोचकों को करारा जवाब दिया।
𝗧𝗵𝗮𝗻𝗸 𝘆𝗼𝘂, 𝗩𝗶𝗿𝗮𝘁 𝗞𝗼𝗵𝗹𝗶! 🙌
— BCCI (@BCCI) May 12, 2025
An era ends in Test cricket but the legacy will continue FOREVER! 🫡🫡@imVkohli, the former Team India Captain retires from Test cricket.
His contributions to #TeamIndia will forever be cherished! 👏 👏 pic.twitter.com/MSe5KUtjep
टेस्ट क्रिकेट से संन्यास: क्यों लिया ये बड़ा फैसला?
कोहली के टेस्ट से संन्यास लेने का फैसला अचानक आया, खासकर तब जब भारत इंग्लैंड दौरे की तैयारी कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई और कई दिग्गज चाहते थे कि वे और खेलें, लेकिन कोहली ने खुद के लिए सही वक्त मानते हुए ये कदम उठाया। अब उनके फोकस में सिर्फ वनडे क्रिकेट और 2027 वर्ल्ड कप है।
Whites off, crown intact 👑
— ICC (@ICC) May 12, 2025
Virat Kohli bids goodbye to Test cricket, leaving behind an unmatched legacy 👏
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भारतीय क्रिकेट में बदलाव की नई लहर
कोहली के साथ रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन भी टेस्ट से संन्यास ले चुके हैं। अब भारतीय टेस्ट टीम में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा, जहां अनुभव की कमी होगी और नए खिलाड़ियों को खुद को साबित करने का मौका मिलेगा।
निष्कर्ष: विराट कोहली – सिर्फ नाम नहीं, एक युग
विराट कोहली का टेस्ट करियर सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि जुनून, मेहनत और भारतीय क्रिकेट के लिए समर्पण की मिसाल है। उनकी यादगार पारियां, आक्रामक कप्तानी और मैदान पर उनकी ऊर्जा हमेशा फैंस के दिलों में जिंदा रहेगी।
आपको विराट कोहली की कौन सी टेस्ट पारी सबसे ज्यादा यादगार लगी? क्या आप मानते हैं कि वह टेस्ट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक हैं? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं!