WI Playing 11 vs ENG for 3rd T20I: जॉनसन चार्ल्स, एविन लुईस, शाई होप समेत वेस्ट इंडीज की पूरी प्लेइंग XI और मुकाबले की रणनीति जानें।

इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की T20I सीरीज के आखिरी मुकाबले में वेस्ट इंडीज अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम मैदान पर उतारने को तैयार है। पहले दो मैचों में जहां कैरेबियाई टीम ने अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी में संतुलन नहीं बिठाया, वहीं आखिरी मैच में वे अपने प्रदर्शन को सुधारने की पूरी कोशिश करेंगे। आइए, जानते हैं कि वेस्ट इंडीज ने तीसरे T20I के लिए अपनी प्लेइंग XI में क्या रणनीति अपनाई है।
WI Playing 11 vs ENG for 3rd T20I: कौन-कौन हैं शामिल?
ओपनर्स: जॉनसन चार्ल्स और एविन लुईस
वेस्ट इंडीज टीम ने अपने ओपनिंग पेयर में कोई बदलाव नहीं किया है। जॉनसन चार्ल्स और एविन लुईस फिर से साथ मैदान पर उतरेंगे। हालांकि, पहले दो मैचों में इनका जोड़ा अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाया।
- एविन लुईस पहले मैच में पहली ही गेंद पर शून्य पर आउट हो गए थे। वह इस मैच में अपनी बल्लेबाजी से अपनी टीम को मजबूत शुरुआत देना चाहेंगे।
- जॉनसन चार्ल्स ने बेहतर फॉर्म में रहते हुए भी पिछले मैच में लंबी पारी नहीं खेल पाए। वह इस बार अपनी पारी को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे।
मिडिल ऑर्डर
- शाई होप: कप्तान और विकेटकीपर के रूप में शाई होप, मिडिल ऑर्डर की रीढ़ हैं। उन्होंने पिछले मैच में अपनी बल्लेबाजी से टीम को स्थिरता दी।
- रोस्टन चेज़: चेज़ अपने अनुभव और ऑलराउंडर क्षमता के लिए जाने जाते हैं। वह बीच में रन बनाने के साथ-साथ गेंदबाजी भी कर सकते हैं।
- रोवमैन पॉवेल: पॉवेल की आक्रामक बल्लेबाजी टीम के लिए बड़े स्कोर तक पहुंचने में मददगार साबित हो सकती है।
- शर्फेन रदरफोर्ड: रदरफोर्ड अपनी पावर हिटिंग के लिए जाने जाते हैं। वह आखिरी ओवरों में तेजी से रन बनाने में माहिर हैं।
- जेसन होल्डर और रोमारियो शेफर्ड: दोनों ऑलराउंडर्स ने पिछले मैच में आखिरी ओवरों में 75 रन बनाकर टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया। वह इस मैच में भी अपनी पावर हिटिंग से टीम को फायदा पहुंचाने की कोशिश करेंगे।
गेंदबाजी: गुडाकेश मोती, अकील हुसैन, अल्जारी जोसेफ
- गुडाकेश मोती और अकील हुसैन: इन दोनों स्पिनरों ने पिछले मैचों में अपनी गेंदबाजी से इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशान किया। वह इस मैच में भी मध्यक्रम पर दबाव बनाए रखेंगे।
- अल्जारी जोसेफ: जोसेफ, होल्डर और शेफर्ड के साथ फास्ट बोलिंग अटैक की अहम कड़ी हैं। हालांकि, पिछले मैचों में तेज गेंदबाजों ने ज्यादा रन दिए हैं, इसलिए कप्तान शाई होप को अपनी गेंदबाजी संयोजन पर विचार करना होगा।
वेस्ट इंडीज की चुनौतियां और मौके
- ओपनिंग पार्टनरशिप: चार्ल्स और लुईस की जोड़ी अभी तक अपना असर नहीं दिखा पाई है। अगर वह इस मैच में अच्छी शुरुआत करेंगे, तो टीम को बड़ा फायदा होगा।
- मिडिल ऑर्डर की स्थिरता: शाई होप, पॉवेल और रदरफोर्ड ने पिछले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया। अगर वह इस बार भी अपनी भूमिका निभाते हैं, तो टीम बड़ा स्कोर बना सकती है।
- गेंदबाजी का संतुलन: फास्ट बोलिंग में रन लीक होना एक बड़ी समस्या है। कप्तान शाई होप को अपने गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
- स्पिनरों का दम: मोती और हुसैन की गेंदबाजी टीम के लिए अहम साबित हो सकती है। वह इंग्लैंड के बल्लेबाजों को रोकने में मदद कर सकते हैं।
पिछले दो मैचों में वेस्ट इंडीज ने अच्छी शुरुआत नहीं की, लेकिन मिडिल ऑर्डर और लोअर मिडिल ऑर्डर ने अपनी भूमिका निभाई। अगर ओपनर्स इस बार अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं और गेंदबाजी में संतुलन बना पाते हैं, तो वेस्ट इंडीज इस मैच में इंग्लैंड को मात दे सकते हैं।
आपको क्या लगता है? क्या वेस्ट इंडीज की प्लेइंग XI इंग्लैंड को हरा पाएगी? या फिर इस बार भी कैरेबियाई टीम को निराशा हाथ लगेगी? अपनी राय हमें कमेंट में जरूर बताएं!